प्रकृति की धानी चुनर को ओढ़ धरा यूं खिली हुई है सूरज की किरणों के संग में लालिमा ज् प्रकृति की धानी चुनर को ओढ़ धरा यूं खिली हुई है सूरज की किरणों के संग में...
धरा ने पहनी है धानी चुनरिया, सूरज ने दी है, सुनहरी पहली किरणों की सौगात , धरा ने पहनी है धानी चुनरिया, सूरज ने दी है, सुनहरी पहली किरणों की सौगात ,
श्रंगार, पीले फूलों को बनाया है अपने गहनें ओढ़ी है धानी चुनरियां, ऐ धरा तुम हमें धन श्रंगार, पीले फूलों को बनाया है अपने गहनें ओढ़ी है धानी चुनरियां, ऐ धर...
धानी चूनर ओढ़ कर ऐसा किया श्रृंगार धानी चूनर ओढ़ कर ऐसा किया श्रृंगार
माँ की मीठी पुकार सच अब तो सुबह हो गई। माँ की मीठी पुकार सच अब तो सुबह हो गई।
फूलों सी दमके मेहंदी पैरों में लाल महावर सज गया सुंदर तन फूलों जैसा सुंदर मन फूलों सी दमके मेहंदी पैरों में लाल महावर सज गया सुंदर तन फूलों जैसा सुं...